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यादों के झरोखे से लेखनी कहानी -14-Nov-2022 भाग 4


    यादों के झरोखे से भाग 4
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       इसके बाद हमने अपनी गाडी़  का रुख खाटू की  तरफ  कर दिया और हम मौज मस्ती  करते हुए खाटू नगरी में प्रवेश कर गये। हमने खाटू की धरती को प्रणाम किया।

        खाटू पहुँचकर हमने सबसे पहले एक धर्मशाला में एक बडा़ हाल किराये पर लिया। खाटू में हरियाणा के सभी शहरौ की धर्मशालाएं बनी हुई है। हमारे शहर फतेहाबाद की  धर्मशाला भी बनी हुई है। हमने कमरे में अपना सामान रखा और नहाकर फ्रैस हौकर सभी साथी बाबा के दर्शन के लिए निखल पडे।

      वहाँ से प्रसाद लिया और हम सभी बाबा के दर्श हेतु लाइन मेध लग गये। एक घन्टे मेध हम हब बाबा के सामने खडे़ थे।बाबा के दर्शन करके मन को शान्ति मिली।

      श्याम बाबा के दरबार से किसी का भी जाने का मन नही करता है। हमारा भी यही हाल था। वहाँ खडे। हुए पुलिस के जवान हमसे रास्ता  खाली करके आगे जाने के लिए बोल रहे थे और  हमारा वहाँ से जाने का दिल नहीं कर रहा था।

         परन्त हम सभी को वहाँ से जाना ही पडा़ । बाबा के दर्शन करने के बाद  हम सभी साथी वहाँ के बाजार में आगये।सभी ने वहाँ से खरीद दारी की किसी ने बच्चौ के लिए खिलोने खरीदे किसीने  अन्य  सामान खरीदा। 

      हम सभी खरीददारी करते हुए अपनी धर्मशाँला मेझ पहुँच गये। वहाँ सभी ने खाना खाया और रात को कीर्तन व भजन गाते हुए सभी सोने की तैयारी करने लगे।
  
         हम लोग अगले दिन  चार बजे ही जाग गये और नहाकर पुनः बाबा के दर्शन करने की तैयारी करने लगे। और हम सभी पुनः बाबा के दर्शन करने हेतु  लाइन में लग गये। उस समय भी मन्दिर में दर्शन करने वालौ की भीड़ थी।

   बाबा के दर्शन करके मन खुश होगया औरसभीने प्रसाद खरीदा।

          आगे का हाल अगले भाग मे पढि़ये ।

यादों के झरोखे  से

नरेश शर्मा " पचौरी "



        

            

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6 Comments

Radhika

09-Mar-2023 01:00 PM

Nice

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shweta soni

03-Mar-2023 10:22 PM

👌👌👌

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अदिति झा

03-Mar-2023 02:38 PM

Nice 👍🏼

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